कोरोना संकट के बीच अब धीरे-धीरे जिंदगी पटरी पर लौट रही है, ट्रेन के बाद अब 25 मई से घरेलू हवाई सेवा शुरू होने जा रही है. लॉकडाउन की वजह से 25 मार्च से डोमेस्टिक और इंटरनेशनल उड़ानों पर पाबंदी लगी हुई है. लेकिन अब नियम व शर्तों के साथ लोग प्लेन में सफर कर पाएंगे.
हवाई सफर के लिए किराया तय, जानें- एंट्री के नियम और प्लेन में क्या मिलेगा
हवाई सेवा शुरू करने से पहले सरकार ने एयरलाइंस कंपनियों के लिए गाइडलाइंस की जारी है. जिसके तहत हवाई सेवा शुरू की जाएगी. खुद विमानन मंत्री हरदीप पुरी ने कहा कि हवाई यात्रा के दौरान सोशल डिस्टेसिंग का सख्ती से पालन किया जाएगा.
एक-तिहाई विमानों को उड़ान की इजाजत
सरकार ने साफ कर दिया है कि अभी सिर्फ 33 फीसदी विमानों को उड़ान की इजाजत दी गई है. अभी केवल डोमेस्टिक सेवा बहाल की जा रही है. यानी इंटरनेशनल उड़ानों पर अभी भी बैन जारी रहेगा. हर उड़ान के बाद फ्लाइट को डिसइन्फेक्ट किया जाना है.
बड़ी संख्या में लोग हवाई सेवा बहाल होने का इंतजार कर रहे हैं. ऐसे में सेवा बहाल होते ही टिकट की मारा-मारी हो सकती है और इस मौके पर एयरलाइंस कंपनियां मनमाना किराया वसूल सकती है. लेकिन सरकार ने साफ कर दिया है कि अगले तीन महीनों तक सरकार द्वारा तय किराया ही यात्रियों से वसूला जाएगा. सरकार के इस कदम से यात्रियों को राहत मिलने वाली है.
किराये पर सरकार का शिकंजा
किराये पर अंकुश लगाने के लिए सरकार ने रूटों को सात भागों में बांट दिया है, पहला 40 मिनट का रूट, दूसरा 40 से 60 मिनट का रूट, तीसरा 60-90 मिनट का रूट, चौथा 90 से 120 मिनट का रूट, पांचवां 2 घंटे से 2.50 घंटे का रूट, छठा 2.50 घंटे से 3 घंटे का रूट और सातवां 3 से 3.5 घंटे का समय लेने वाला रूट बनाया गया है. इसी आधार पर किराया भी तय किया गया है.
उदाहरण के तौर पर दिल्ली से मुंबई फ्लाइट के लिए किराया कम से कम 3500 रुपये और अधिकतम 10 हजार रुपये तय किया गया है. यह रूट 90 से 120 मिनट वाले स्लैब में आता है. यही नहीं, सभी कंपनियों को करीब 40 फीसदी सीटें अधिकतम-न्यूनतम दाम के बीच के दाम पर देनी होंगी. ये सिस्टम अगस्त तक जारी रहेगा.
क्या-क्या सुविधाएं मिलेंगी?
किसी भी फ्लाइट में खाना नहीं दिया जाएगा. यात्रियों को फ्लाइट के वक्त से 2 घंटे पहले एयरपोर्ट पहुंचना होगा. यात्रियों को मास्क, ग्लव्स पहनना जरूरी है. फ्लाइट के अंदर भी कई तरह की सतर्कता बरती जाएगी. सीटिंग अरेंजमेंट का बदलाव देखने को मिलेगा. हर यात्री को अपने फोन में आरोग्य सेतु ऐप रखना होगा.
एयरपोर्ट तक पहुंचने के लिए ऐसी होगी सुविधा
इसके अलावा एयरपोर्ट, विमान के कर्मचारियों को पीपीई किट पहनना होगा. यात्री और एयरपोर्ट स्टाफ को एयरपोर्ट तक आने-जाने के लिए ट्रांसपोर्ट की व्यवस्था राज्य सरकार और स्थानीय प्रशासन को करनी होगी. जिसके तहत एयरपोर्ट पर प्राइवेट टैक्सी की उपलब्धता भी सुनिश्चित की जाएगी.
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