दुनिया के सबसे खतरनाक और निर्दयी आतंकवादी संगठन ISIS ने पूरी दुनिया को हिलाकर रख दिया है। इस आतंकी संगठन से मुकाबले के लिए अमेरिका और रूस जैसी महाशक्तियों को मोर्चा संभालना पड़ा। आतंकी संगठन हमेशा दुनिया में खौफ पैदा करने के लिए आतंक का सहारा लेते रहे हैं। अगर आंकड़ों पर गौर करें तो पता चलेगा कि अब तक करीब लाखों-करोड़ों निर्दोष लोगों की हत्या इन आतंकियों ने अकारण ही कर दी है। आइए जानते हैं कुछ ऐसे ही आतंकवादी संगठनों के बारे में...
इस्लामिक स्टेट इन सीरिया एंड इराक (ISIS) :अबू बकर अल बगदादी द्वारा स्थापित आईएसआईस संगठन सीरिया और इराक में काफी सक्रिय है। इस संगठन का एकमात्र मकसद एशिया तक पहुंचकर पूरे विश्व का इस्लामीकरण करना है। वर्तमान में यह संगठन काफी सक्रिय है और काफी धनी भी है। इस संगठन का मूल उद्देश्य दुनियाभर में इस्लामीकरण को बढ़ावा देना और दुनिया के सभी देशों में शरिया कानून लागू करना है।
अल कायदा : दुनिया का पहला ऐसा संगठन है जिसने अपने आतंकवादियों को हाईटेक और टेकसेवी बनाया और आतंक की दुनिया में ऐसे उच्च शिक्षित पुरुषों और महिलाओं को आतंकवाद को फैलाने में लगाया जिनसे उम्मीद नहीं की जाती थी कि इतने पढ़े-लिखे और उच्च शिक्षा प्राप्त पेशेवर इस तरह का काम करेंगे। इतना ही नहीं, इन्होंने आत्मघाती बनने का रास्ता चुना। अल कायदा का गठन अमेरिका में 11 सितंबर 2001 को न्यूयॉर्क के ट्विन टॉवर को धराशायी करने वाले आत्मघाती हमलावरों को तैयार के लिए किया गया था। घटना को अंजाम देने वाले आतंकी ओसामा बिन लादेन ने वर्ष 1988 में संगठन तैयार किया था। दावा किया जाता है कि इस संगठन का अंत 2011 में अमेरिकी सेना ने ओसामा को पाकिस्तान के एबटाबाद में मारकर किया लेकिन मिस्र के अयमान-अल-जवाहिरी ने ओसामा की मौत के बाद इस संगठन को बनाए रखा। लेकिन सीरिया और इराक के गृहयुद्ध से उपजे पॉवर वैक्यूम ने अबू बकर अल बगदादी को एक नया संगठन खड़ा करने को प्रेरित किया और अल कायदा का एक बड़ा हिस्सा आईएसआईएस (इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड सीरिया) के नाम से दुनिया के सामने आया। इसी संगठन के झंडे तले अल बगदादी ने इस्लामिक स्टेट (आईएस) नाम के खिलाफत की नींव डाली और उसने खुद को दुनियाभर के मुस्लिमों का खलीफा (सर्वोच्च धर्मगुरु) घोषित किया।
तालिबान : 1994 में मुल्ला मोहम्मद उमर के नेतृत्व में इस संगठन का निर्माण हुआ। इस आतंकी संगठन का एकमात्र मकसद पूरे अफगानिस्तान में इस्लामी कानून को मनवाना था। इसमें यह संगठन काफी हद तक सफल भी रहा लेकिन अमेरिकी सैनिकों ने इस संगठन को पूरी तरह से तहस-नहस कर दिया। हालांकि यह संगठन फिर से अफगानिस्तान में पनपने के लिए हाथ-पैर मार रहा है।
लश्कर-ए-तैयबा : पाकिस्तानी आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा मुंबई हमले के लिए जिम्मेदार माना जाता है। इसके आतंकवादियों ने मुंबई में 2006 में आतंकी हमला कर 166 लोगों की जान ले ली थी। इस संगठन का मुख्य काम भारत में आतंकी गतिविधियां फैलाना है। यह पूरे पाकिस्तान में मानवीय हितों की रक्षा करने वाले संगठन के नाम से जाना जाता है। इसके आतंकियों को पाकिस्तानी सेना और आईएसआई का संरक्षण हासिल है।
बोको हराम : बोको हराम नाइजीरिया का प्रमुख इस्लामी आतंकी संगठन है। इसका एकमात्र मकसद पूरे नाइजीरिया में इस्लामीकरण को बढ़ावा देना है। इस संगठन के अनुसार- ‘पश्चिमी शिक्षा हराम है।’ जो भी इस संगठन के खिलाफ जाता है, उसे ये मारते हैं और जला भी देते हैं। बर्बरताओं और हत्याओं के मामले में यह आईएसआईएस से भी आगे है।
पाकिस्तानी तालिबान : पाकिस्तान के पेशावर में आर्मी स्कूल के 132 बच्चों सहित 148 लोगों की हत्या करने वाला आतंकवादी संगठन है। इसे बहुत खतरनाक संगठनों में गिना जाता है। यह आतंकी संगठन दुनिया के सबसे खतरनाक आतंकी संगठनों में से एक माना जाता है। पाकिस्तान में लड़कियों की शिक्षा की हिमायती मलाला यूसुफजयी को गोली से मारने के लिए इसी के आतंकियों को जिम्मेदार माना जाता है।
जेमाह इस्लामिया : जेमाह इस्लामिया दक्षिण-पूर्व एशिया में अल कायदा की एक शाखा है। इस संगठन ने 2002 में बाली में विस्फोट किया था जिसकी वजह से 202 लोगों की जानें गई थीं।
अल कायदा इन अरेबियन पेनिनसुला : वर्ष 2006 में कई आतंकवादी गुटों का यमन में विलय होने के बाद इस संगठन का अस्तित्व सबके सामने आया। यह संगठन यमन में काफी सक्रिय है और वहां पूरी शिक्षा पद्धति, रहन-सहन को बदलने की कोशिश कर रहा है। पूरा आतंकी संगठन इस बात का ध्यान देता है कि आने वाली पीढ़ी केवल इस्लामी रिवाजों को माने।
अल-नुसरा फ्रंट : अल-नुसरा फ्रंट को सीरिया में अल कायदा के नाम से जाना जाता है। पूरे विश्व के इस्लामीकरण के पक्ष में सक्रिय यह संगठन काफी खतरनाक है। पश्चिमी देशों के साथ इस संगठन का विरोध अक्सर देखा जा सकता है और इसे इसराइल के कट्टर शत्रुओं में गिना जाता है।
अबू सय्याफ : अबू सय्याफ दक्षिण-पूर्व एशिया में फिलीपीन्स देश का एक आतंकी संगठन है। इस संगठन का काम लोगों को लूटना है। फिलीपीन्स के सल्लू टापू और तटवर्ती पानी में अपहरण और फिरौती करके इसके सदस्य अपना खर्चा चलाते हैं।